रुपया करीब 5 महीने की ऊंचाई पर है और ऐसे में घरेलू कमोडिटी बाजार पर बड़ा असर पड़ा है। खास करके एक्सपोर्ट ओरिएंटेड कमोडिटी में भारी गिरावट आई है। मेंथा तेल में कारोबार के शुरुआत से ही 4 फीसदी का निचला सर्किट लगा है। मसालों में जीरा, हल्दी और धनिया में गिरावट पर कारोबार हो रहा है। इस बीच रिकॉर्ड पैदावार के अनुमान से चने में गिरावट बढ़ गई है और ये 4000 रुपये के नीचे आ गया है। वहीं मांग में कमी से गेहूं भी कमजोर है। नॉन एग्री कमोडिटी में घरेलू बाजार में कच्चा तेल, सोना, चांदी और मेटल में दबाव है।
रुपये में मजबूती से घरेलू बाजार में सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ गया है। एमसीएक्स पर सोना हल्की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। आज ग्लोबल मार्केट बंद हैं। मजबूत रुपये से चांदी भी कमजोर हो गई है और कारोबार के शुरुआत से ही इसमें भी दबाव बना हुआ है।
घरेलू बाजार में कच्चे तेल में गिरावट बढ़ गई है। इसका दाम 0.5 फीसदी से ज्यादा नीचे आ गया है। दरअसल रुपये में आई मजबूती से घरेलू बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। ग्लोबल मार्केट बंद होने से आज विदेशी बाजार से कोई संकेत नहीं है।
उधर चने में गिरावट गहरा गई है। इसका दाम फिर से 4000 रुपये के नीचे तक फिसल चुका है। गौर करने वाली बात ये है कि आज से इसमें बिकवाली पर 20 फीसदी स्पेशल मार्जिन लगा है, इसके बावजूद गिरावट जारी है। पिछले 1 साल में चने का भाव करीब 50 फीसदी लुढ़क गया है। रुपये में मजबूती का असर मेंथा तेल पर भी पड़ा है और आज कारोबार के शुरुआत से ही इसमें निचला सर्किट लगा हुआ है। दरअसल मजबूत रुपये से इसके एक्सपोर्ट मांग में कमी का अनुमान है।
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